हवाओं पर राज करने वाले एयर इंडिया के विमानों में से एक, मशहूर "जंबो जेट" बोइंग 747, आज इतिहास बन गया। 23 अप्रैल, 2024 को सुबह 10:47 बजे, इस विमान ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से अपनी अंतिम उड़ान भरी।
यह उड़ान ना सिर्फ एक विमान की विदाई थी, बल्कि हवाई जहाज के एक पूरे युग का अंत भी था। बोइंग 747 अपने विशाल आकार और शानदार उपस्थिति के लिए जाना जाता था, जिसे प्यार से "रानी ऑफ द स्काईज" (आसमान की रानी) भी कहा जाता था।
विमान को विदाई देते समय एक भावुक पल भी देखने को मिला, जब पायलट ने पारंपरिक "विंग वेव" किया। यह हवाई जहाज के क्षेत्र में एक प्रचलित परंपरा है, जो सेवानिवृत्त होने वाले विमान को अंतिम सम्मान देने के लिए की जाती है।
यह विमान एयर इंडिया के लिए लंबे समय तक गौरव का विषय रहा। दशकों तक इसने एयरलाइन के परिचालन की रीढ़ की हड्डी के रूप में काम किया और दुनिया भर में लंबी दूरी की उड़ानों के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
एयर इंडिया लिमिटेड के मुख्य तकनीकी अधिकारी, सिसीरा कांत दास ने सोशल मीडिया पर इस ऐतिहासिक घटना को साझा करते हुए लिखा, "रानी VT-EVA, बोइंग 747-400, नया रजिस्ट्रेशन N940AS, BOM-PAE के लिए रवाना हो रही है। बहुत मेहनत, कई बैठकें। इसको पूरा करने के लिए पर्दे के पीछे कई लोग काम कर रहे थे। आप सभी का धन्यवाद।"
उनके इस पोस्ट के बाद से, सोशल मीडिया पर पुरानी यादों की बाढ़ आ गई है। कई यात्रियों ने इस विमान के साथ अपने पहले के अनुभवों को साझा किया। कुछ लोगों ने 1970 के दशक में एयर इंडिया की उड़ानों में सफर करने की यादें ताजा कीं, तो कुछ ने हाल ही के वर्षों में इस विमान से की गई यात्राओं के बारे में लिखा।
यह विमान भले ही अब इतिहास बन गया है, लेकिन एयर इंडिया के गौरवशाली अतीत का प्रतीक बना रहेगा। खबरों के अनुसार, एयरलाइन के पास अब चार और बोइंग 747-400 विमान बचे हैं। इन विमानों को पहले ही अमेरिका की कंपनी AerSale, जोकि वाणिज्यिक जेट इंजनों और पुर्जों की आपूर्तिकर्ता है, द्वारा खरीद लिया गया है।
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